IND vs ENG दूसरे टेस्ट में संभावित बदलाव: प्लेइंग-11 में नीतीश कुमार रेड्डी और कुलदीप यादव को मिल सकता है मौका

पहले IND VS ENG टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बाद, भारतीय क्रिकेट टीम आगामी एजबेस्टन टेस्ट (जो आज, 2 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है) में वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है। कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम मैनेजमेंट प्लेइंग-11 में कुछ रणनीतिक बदलाव करने पर विचार कर रहा है, ताकि टीम के संतुलन को सुधारा जा सके और इंग्लैंड के ‘बैज़बॉल’ दृष्टिकोण का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके।
क्रिकेट विशेषज्ञों और अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, दूसरे टेस्ट की अंतिम एकादश में कम से कम दो महत्वपूर्ण बदलाव होने की प्रबल संभावना है। इन बदलावों का उद्देश्य टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों विभागों को मजबूती प्रदान करना है।
जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट पर मंथन :
भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के प्रमुख हथियार जसप्रीत बुमराह ने पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि, पांच मैचों की लंबी टेस्ट सीरीज को देखते हुए उनके वर्कलोड मैनेजमेंट पर चर्चा हो रही है। ऐसी संभावना है कि उन्हें दूसरे टेस्ट में आराम दिया जा सकता है, ताकि वह शेष सीरीज के लिए पूरी तरह फिट और तरोताजा रहें।
यदि बुमराह को आराम मिलता है, तो ये होंगे विकल्प:
- मोहम्मद सिराज: वह तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करेंगे और उनसे नई गेंद से विकेट निकालने की उम्मीद होगी।
- आकाश दीप/प्रसिद्ध कृष्णा: इन दोनों युवा तेज गेंदबाजों में से किसी एक को प्लेइंग-11 में शामिल किया जा सकता है। आकाश दीप ने हालिया प्रदर्शन से प्रभावित किया है और उन्हें मौका मिलने की संभावना अधिक है। यह युवा खिलाड़ियों के लिए खुद को बड़े मंच पर साबित करने का महत्वपूर्ण अवसर होगा।
स्पिन विभाग में कुलदीप यादव की वापसी की संभावना:
लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में स्पिन गेंदबाजों को सीमित मदद मिली थी, लेकिन एजबेस्टन की पिच का मिजाज अलग हो सकता है। यह उम्मीद की जा रही है कि मैच आगे बढ़ने के साथ स्पिनरों को अधिक सहायता मिलेगी, खासकर चौथे और पांचवें दिन। कप्तान शुभमन गिल ने भी संकेत दिया है कि टीम दो स्पिनरों के साथ मैदान पर उतरेगी। रवींद्र जडेजा का स्थान सुनिश्चित है, लेकिन उनके स्पिन जोड़ीदार को लेकर टीम विचार कर रही है।
- कुलदीप यादव: पहले टेस्ट में कुलदीप यादव को बाहर रखने के फैसले पर काफी चर्चा हुई थी। उनकी कलाई की स्पिन गेंदबाजी (चाइनामैन) इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। यदि टीम एक आक्रामक, विकेट लेने वाले स्पिन विकल्प की तलाश में है, तो कुलदीप यादव की वापसी लगभग तय मानी जा रही है।
- वॉशिंगटन सुंदर: वॉशिंगटन सुंदर अपनी अनुशासित गेंदबाजी और निचले क्रम में बल्लेबाजी योगदान देने की क्षमता के कारण भी एक मजबूत विकल्प हैं। वह टीम को बल्लेबाजी में गहराई प्रदान करते हैं।
टीम मैनेजमेंट कुलदीप की विकेट लेने की क्षमता या सुंदर की स्थिरता और बल्लेबाजी कौशल में से किसी एक को चुन सकता है।

ऑलराउंडर के तौर पर नीतीश कुमार रेड्डी को मिल सकता है मौका:
पहले टेस्ट में ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर गेंद और बल्ले दोनों से उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे थे। टीम को अब एक ऐसे खिलाड़ी की आवश्यकता है जो निचले क्रम में महत्वपूर्ण रन बना सके और गेंदबाजी में भी प्रभावी योगदान दे सके।
- नीतीश कुमार रेड्डी: युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी इस स्थान के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में अपनी बल्लेबाजी और मध्यम गति की गेंदबाजी से प्रभावित किया है। उनकी मौजूदगी टीम को बेहतर संतुलन प्रदान कर सकती है। नेट्स में उन्हें स्लिप कॉर्डन में क्षेत्ररक्षण का अभ्यास करते हुए भी देखा गया है, जो इस बात का संकेत है कि टीम मैनेजमेंट उन्हें मौका देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
शार्दुल ठाकुर को बाहर करना एक कठिन निर्णय हो सकता है, लेकिन टीम को निचले क्रम में अधिक स्थिरता और एक अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प की आवश्यकता है।
“जैसे 1 जुलाई से देश में कई नए नियम लागू हुए हैं, वैसे ही क्रिकेट में भी दूसरे टेस्ट से पहले बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। नए नियम यहाँ पढ़ें।”
संभावित प्लेइंग-11 (IND VS ENG, दूसरा टेस्ट):
यदि ये अपेक्षित बदलाव होते हैं, तो भारत की संभावित प्लेइंग-11 इस प्रकार हो सकती है:
- यशस्वी जायसवाल
- केएल राहुल
- साई सुदर्शन/करुण नायर
- शुभमन गिल (कप्तान)
- ऋषभ पंत (विकेटकीपर, उप-कप्तान)
- नीतीश कुमार रेड्डी
- रवींद्र जडेजा
- वॉशिंगटन सुंदर/कुलदीप यादव
- मोहम्मद सिराज
- प्रसिद्ध कृष्णा/आकाश दीप
- मोहम्मद शमी (यदि फिट हों) / आकाश दीप (यदि शमी अनुपलब्ध हों)
आगे की राह और उम्मीदें:
यह टेस्ट मैच भारत के लिए सिर्फ एक मुकाबला नहीं, बल्कि सीरीज में अपनी स्थिति को फिर से स्थापित करने का एक बड़ा अवसर है। लीड्स में मिली हार के बाद टीम के मनोबल और प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी। कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर पर जीत का दबाव स्पष्ट है, और ऐसे में उनके द्वारा लिए गए हर फैसले का महत्व बढ़ जाता है। टीम को न केवल रणनीति में बदलाव करने होंगे, बल्कि खिलाड़ियों को मानसिक रूप से भी मजबूत बनाना होगा ताकि वे इंग्लैंड के आक्रामक खेल का प्रभावी ढंग से जवाब दे सकें।
एजबेस्टन की परिस्थितियाँ और इंग्लैंड का आत्मविश्वास भारत के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करेगा। हालांकि, भारतीय टीम के पास अनुभव और युवा प्रतिभा का बेहतरीन मिश्रण है, जो किसी भी परिस्थिति में मैच का रुख पलटने की क्षमता रखता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया इस दबाव को कैसे संभालती है और क्या वे दूसरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन कर सीरीज में मजबूत वापसी कर पाते हैं।
आपके अनुसार, टीम इंडिया को दूसरे टेस्ट में कौन से बदलाव करने चाहिए? अपनी राय कमेंट सेक्शन में बताएं।